attitude urdu poetry Fundamentals Explained
attitude urdu poetry Fundamentals Explained
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शेर जैसा जिगरा चाहिऐ हमको हाथ लगाने मैं !!
“ہم اپنی زندگی کو اپنے انداز سے جیتتے ہیں، کسی کی رائے سے نہیں ڈرتے۔”
"भाई बोलने का हक़ मैंने सिर्फ दोस्तों को दिया है वरना दुश्मन तो आज भी हमें बाप के नाम से पहचानते हैं..!"
क्योंकि कुत्तों के लश्कर से शेर कभी डरा नहीं करते !!
खौफ पैदा करने के लिए तो बस हमारा नाम ही काफी है !!
शेर को जगाना और हमें सुलाना किसी के बस की बात नहीं
I commenced looking through poetry as being a enthusiasm, but I realized “there isn't any platform over the internet to proved an unlimited selection of poetry.
ज़रुरत पड़ने पर हर किसी से भिड़ सकता हूँ..!
लेकिन धोखा देने वालो को मै दोबारा मौका नहीं देता..!
हिंदी में गैंगस्टर शायरी कहाँ मिल सकती है?
मौत पसंद है अपमान नहीं, दुश्मन चलेगा धोखेबाज नहीं!!
मेरी हिम्मत को परखने की गुस्ताखी more info न करना
نہ چھیڑ وہ قصہ عشق کا بڑی لمبی کہانی ہے میں کسی غیر سے نہیں ہارا کسی اپنے کی مہربانی ہے
शेर को “जगह और वक़्त” से कुछ लेना-देना नहीं होता